विपक्षी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सोशल मीडिया हैंडल की गहन समीक्षा कर सुनिश्चित करे कि वहां प्रयुक्त भाषा मर्यादित और गरिमापूर्ण हो
लखनऊ। सपा के ‘एक्स’ हैंडल पर अपने खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों पृष्ठभूमि में डिप्टी सीएम व्रजेश पाठक ने आरोप लगाया कि सपा का जन्म ही ‘मुस्लिम तुष्टीकरण के डीएनए के साथ हुआ है, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से सोशल मीडिया हैंडल की गहन समीक्षा करने को कहा। सीएम ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, यद्यपि सपा से किसी आदर्श आचरण की अपेक्षा करना व्यर्थ है, किंतु सभ्य समाज उनके अशोभनीय एवं अभद्र वक्तव्यों को सहन नहीं कर सकता। सपा के शीर्ष नेतृत्व को चाहिए कि वे अपने सोशल मीडिया हैंडल्स की भली भांति समीक्षा करें तथा यह सुनिश्चित करें कि वहां प्रयुक्त भाषा मर्यादित, संयमित और गरिमापूर्ण हो ।
डिप्टी सीएम बोले सपा का जन्म ही मुस्लिम तुष्टीकरण के डीएनए के साथ हुआ
सपा के ‘एक्स’ हैंडल पर पाठक के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट किए जाने के बाद शनिवार को लखनऊ में एक प्राथमिकी दर्ज की गई। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक लंबी पोस्ट में व्रजेश पाठक ने कहा कि ‘सपा के डीएनए में खरावी’ की बात कहने पर सपा प्रमुख उसी तरह आपे से बाहर हो गए जैसे दस साल पहले वह उत्तर प्रदेश की सत्ता से वाहर हो गए थे। उन्होंने कहा कि डीएनए में खराबी से हमारा मतलव किसी व्यक्ति विशेष से नहीं, बल्कि आपकी पार्टी की राजनीतिक सोच से है।
डीएनए में खरावी का मतलव यह है कि आपकी पार्टी की राजनीति की बुनियाद ही जातिवाद और तुष्टीकरण पर टिकी रही है। सपा ने कभी सबका साथ- सबका विकास की बात की ही नहीं । आपकी प्राथमिकता हमेशा वोटबैंक की राजनीति रही है, नीतियों और आदर्शों से आपका दूर-दूर तक लेना- देना नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि दरअसल मुस्लिम तुष्टीकरण ही आपकी राजनीति का केन्द्रीय हिस्सा रहा है । पाठक ने आरोप लगाया कि सपा प्रमुख ने मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए आतंकियों से जुड़े 14 मामले एक साथ वापस लिए, ताकि सपा के मुस्लिम तुष्टीकरण वाले डीएनए को खाद पानी मिलता रहे।
उन्होंने कहा कि ऐसे में मैं अच्छी तरह समझा सकता हूं कि डीएनए पर सवाल उठाने से आप इतने तिलमिलाए क्यों हैं? सपा के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर उपमुख्यमंत्री व्रजेश पाठक को निशाना बनाकर कथित आपत्तिजनक पोस्ट किए गये थे । पाठक के समर्थन में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहले ही मोर्चा संभाले थे और अव सीएम योगी ने सभी सपा मुखिया को नसीहत दे डाली है।
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डिप्टी सीएम की ‘डीएनए’ टिप्पणी पर अखिलेश यादव का तीखा प्रहार
लखनऊ। डिप्टी सीएम व्रजेश पाठक द्वारा समाजवादियों के डीएनए पर की गई टिप्पणी अव तीखा राजनीतिक मुद्दा बनती जा रही है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक लंवा और तीखा वक्तव्य जारी करते हुए स्वास्थ मंत्री व्रजेश पाठक की टिप्पणी को अंति अशोभनीय, नैतिकता से गिरा हुआ और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला करार दिया है।
अखिलेश ने अपने वयान में लिखा, ‘हमने उप मुख्यमंत्री की टिप्पणी का संज्ञान लेते हुए पार्टी स्तर पर उन लोगों को संयमित किया है जो इस अपमानजनक बयान से आहत होकर अपनी मर्यादा खो बैठे थे। हम चाहते हैं कि ऐसी स्थिति दोवारा न बने, इसलिए हमने केवल अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को ही नहीं, आपको भी इस प्रकार की वयानवाज़ी पर विराम लगाने का आग्रह किया है।’
कहा-उप मुख्यमंत्री का शब्दों की मर्यादा लांघना न केवल अनैतिक बल्कि धार्मिक अपमानजनक भी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा मंत्री को स्मरण कराया कि एक स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते उनके शब्द किसी निजी व्यक्ति के नहीं, बल्कि सरकार की गरिमा से जुड़े होते हैं। उन्होंने कहा, ‘आपकी टिप्पणी केवल व्यक्तिगत आलोचना नहीं है, यह युगों पीछे जाकर किसी की मूलवंशीय पहचान पर लांछन लगाने जैसा है।
हम यदुवंशी हैं, और हमारा संबंध श्रीकृष्ण से है। ऐसे में इस तरह की वयानवाज़ी केवल राजनीतिक नहीं, वल्कि धार्मिक आस्था पर भी आघात है।’ अखिलेश ने कहा कि उन्हें आत्मावलोकन की ज़रूरत है। आपका मूल स्वभाव और विचार पहले ऐसा नही था । राजनीतिक हलकों में अखिलेश का यह बयान भाजपा सरकार की कार्यशैली पर गंभीर नैतिक प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है, वही यह संदेश भी देता है कि समाजवादी पार्टी अव व्यक्तिगत हमलों को केवल नजरअंदाज नहीं करेगी, वल्कि उसका वैचारिक और सैद्धांतिक जवाव भी देगी।
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